Shiv chaisa Secrets
Shiv chaisa Secrets
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कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
कठिन भक्ति shiv chalisa in hindi देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
अर्थ- हे भगवन, more info देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
दर्शन देकर, धन्य करो अब, हे त्रिनेत्र more info महेश्वर
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम
लिङ्गाष्टकम्
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥